- Publisher : Sangeet Shree Prakashan (1 January 2021); Sangeet Shree Prakashan
- Language : Hindi
- ISBN-10 : 8193168909
- ISBN-13 : 978-8193168905
- Item Weight : 220 g
- Dimensions : 27 x 20 x 2.5 cm
- Country of Origin : India
Swar Vadan : Vol-1 by Pandit Satish Chandra Srivastava
वर्तमान में बाजार में उत्तर भारतीय शास्त्रीय संगीत की अनेक पुस्तकें उपलब्ध है। उपलब्ध पुस्तकों में क्रियात्मक भाग में गायन और वादन शैलियों की मिन्नता को ध्यान में नहीं रक्खा गया है, जबकि वास्तय में गायन और वादन शैलियाँ भिन्न-भिन्न होती है। बादन शैली में मसीतखानी गत, रजाखानी गत, झाला एवं धुन होती है जो कि दोनों शैलियों में मिन्नता को दर्शाती है। "स्वर वादन" की श्रृंखला सितार, गिटार, हारमोनियम, कैसियो, बाँसुरी, सरोद, मैन्डोलिन, सारंगी आदि वाद्यों को ध्यान में रखकर लिखी गयी है। इसमें रागों का संक्षिप्त परिचय, आरोह-अवरोह, पकड, न्यारा, आलाप, मसीतखानी गत, उसकी ताने, रजाखानी गत, उसकी ताने एवं झाला लिखा गया है। इस पुस्तक में रजाखानी गत तथा झाला चिकारी वाले वाद्यों के लिये तथा बिना चिकारी वाले वाद्यों के लिये अलग-अलग दिये गये हैं। "स्वर वादन भाग।" कक्षा 9 एवं 10 के समस्त बोर्डो, प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद एवं प्राचीन कला केन्द्र चण्डीगढ़ के प्रथम दो वर्षों के लिये उपमुक्त है। इस पुस्तक में सितार, गिटार, वायोलिन (बेला), मॅडोलिन, कीबोर्ड (कैसियो) तथा हारमोनियम का वर्णन, अभ्यास हेतु अलंकार तथा राग भरव, राग अल्हैया बिलावल, राग काफी, राग भूपाली, राग कल्याण (यमन), राग भैरवी, राग आसावरी, राग विभास (भैरव थाट), राग वृन्दावनी सारंग, राग भीमपलासी, राग दुर्गा, राग देश, राग केदार, राग बागेश्री, राग बिहाग, राग मालकीस, राग समाज, रात तिलक कामोद, राग जौनपुरी, राग तिलग, राग पीलू की पुन, राग समाज की चुन, राग मेरवी की पुन, राग तिलंग की चुन तथा उपरोक्त 20 रागों का संक्षिप्त परिचय दिया गया है





















